आजकल लोगों में गलत खान-पान और खराब जीवनशैली की वजह से कई लोगों के मसूड़ों से खून आना और दर्द होना एक आम समस्या बन गई है। दरअसल यह ज्यादातर खराब ओरल हाइजीन,इन्फेक्शन, विटामिन की कमी या फिर कुछ अन्य स्वास्थ्य स्थितियों की वजह से हो सकती है। आमतौर पर कई बार यह समस्या अस्थायी हो सकती है और हल्के घरेलू इलाजों से सही की जा सकती है। पर अगर इस तरह की समस्या को लगातार नजरअंदाज किया जाए, तो यह गंभीर दंत रोगों का रूप धारण कर सकती है, जैसे कि मसूड़ों में सूजन आदि।
बता दें कि मसूड़ों में दर्द और खून आने की परेशानी बहुत ही आम होती है, लेकिन काफी ज्यादा परेशान करने वाली होती है। वास्तव में अगर ब्रश करने पर या फिर कुछ खाने के दौरान व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने लगे या फिर उनमें लगातार दर्द और सूजन की समस्या बनी रहे, तो आमतौर पर यह एक संकेत हो सकता है, कि आपके मसूड़ों को खास देखभाल की बहुत ज्यादा जरूरत है। आपको बता दें कि कई बार व्यक्ति के मसूड़ों से खून आना हार्मोनल बदलाव, दवाइयों के साइड इफेक्ट्स या फिर डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से भी जुड़ा हो सकता है। आइये इस लेख के माध्यम से इसके डॉक्टर से इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं, कि आखिर मसूड़ों से खून आने और दर्द को कम करने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
मसूड़ों से खून आने और दर्द को कम करने के लिए क्या करें?
1. गॉज और बर्फ का इस्तेमाल करें
दरअसल अगर आपके मसूड़ों से खून आ रहा है, तो सबसे पहले आप प्रभावित हिस्से पर किसी साफ गॉज या फिर कॉटन को हल्के से दबाकर लगाएं। आमतौर पर यह मसूड़ों की ब्लीडिंग को तुरंत रोकने में काफी मदद करता है। आप सबसे पहले इस बात को सुनिश्चित करें कि गॉज या कॉटन साफ और कीटाणु से रहित हो, जिसकी वजह से किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा नहीं रहता। आपको बता दें कि इसके बाद बर्फ मसूड़ों के दर्द को कम करने का एक प्रभावशाली तरीका है। दरअसल आप एक साफ कपड़े में बर्फ के टुकड़ों को लपेट कर और इसको प्रभावित क्षेत्र पर 10 से 15 मिनट तक हल्के से लगाएं। ठंडा तापमान आमतौर पर खून की नाड़ीयों को संकुचित करता है, जिसकी वजह से खून बहना यानी कि रक्तस्राव होना कम हो जाता है और इसके साथ ही सूजन भी कम होती है।
2. माउथवॉश का प्रयोग करें
एंटीसेप्टिक माउथवॉश बता दें कि यह बैक्टीरिया को मारने और मसूड़ों में सूजन की समस्या को कम करने में काफी ज्यादा मदद करता है। दरअसल आप इस दौरान अल्कोहल रहित माउथवॉश का ही उपयोग करें, क्योंकि यह दांतों और मसूड़ों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है। आपको बता दें कि हर्बल माउथवॉश जैसे कि एलोवेरा, ग्रीन टी या फिर नीम से युक्त माउथवॉश विशेष रूप से फायदेमंद सिद्ध हो सकते हैं।
3. गर्म नमक के पानी से कुल्ला करें
आपको बता दें की गर्म नमक का पानी मसूड़ों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। वास्तव में गर्म पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर उससे कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन और संक्रमण को बहुत कम किया जा सकता है। बता दें कि नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो व्यक्ति के मसूड़ों में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। आमतौर पर दिन में 2 से 3 बार ऐसा करने से आपको मसूड़ों से खून आने और दर्द से राहत मिल सकती है।
4. हल्दी का पेस्ट लगाएं
दरअसल व्यक्ति के मसूड़ों से खून आने और दर्द की समस्या होने पर हल्दी का पेस्ट लगाना बहुत ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। हल्दी में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, दरअसल जो मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं और बैक्टीरिया से बचाने में काफी ज्यादा मदद करते हैं। इसके लिए सबसे पहले आप एक चम्मच हल्दी में थोड़ा सा पानी या फिर नारियल तेल को मिलाकर एक अच्छा सा पेस्ट बना लें, और इस को अपने प्रभावित मसूड़ों पर 5 से 10 मिनट तक लगाएं। दरअसल हल्दी मसूड़ों के घाव भरने में काफी ज्यादा मदद करती है और साथ के साथ संक्रमण को दूर रखती है हालांकि नियमित रूप से हल्दी के पेस्ट को मसूड़ों पर लगाने से मसूड़ों की मजबूती काफी ज्यादा बढ़ जाती है और साथ ही खून आना धीरे-धीरे कम हो जाता है।
5. सही टूथब्रश चुनें
अपने मसूड़ों और दांतों की अच्छी सेहत के लिए एक सही टूथब्रश का चुनाव करना बहुत जरूरी होता है। दरअसल गलत ब्रश या फिर बहुत ज्यादा कठोर ब्रशिंग करने की वजह से मसूड़ों में चोट लग सकती है और रक्तस्राव यानी कि ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए आप हमेशा नर्म ब्रिसल वाला टूथब्रश का ही इस्तेमाल करें, क्योंकि यह आपके मसूड़ों पर ज्यादा दबाव नहीं डालता और उन को नुकसान से बचाता है। आपको बता दें कि इसके साथ ही, ब्रश का हेड न तो बहुत बड़ा होना चाहिए और न ही बहुत छोटा, ताकि मसूड़ों की आसानी से हर कोने की सफाई हो सके। रोजाना आप अपने हल्के हाथों से ब्रश करें और अपने दांतों और मसूड़ों की सफाई के लिए गोलाकार में ब्रश करें। इससे आपको काफी ज्यादा फायदा मिल सकता है।
6. नियमित फ्लॉस करें
अपने दांतों और मसूड़ों को सेहतमंद रखने के लिए रोजाना फ्लॉस करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। आपको बता दें कि फ्लॉसिंग मसूड़ों और दांतों के बीच फंसे खाने के कणों, बैक्टीरिया और प्लाक को आसानी से हटाने में काफी ज्यादा मदद करता है, दरअसल जिनको ब्रश करके साफ नहीं किया जा सकता। बता दें कि ऐसा करने से अपने मसूड़ों को सूजन, खून आना और कैविटी जैसी समस्याओं से बचाया जा सकता है। लेकिन आपको बता दें कि इस को बहुत तेजी से करने से मसूड़ों में चोट लग सकती है। जिससे दर्द हो सकता है। इसलिए दिन में एक बार धीरे-धीरे फ्लॉस करें।
7. ऑयल पुलिंग करें
मसूड़ों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए ऑयल पुलिंग एक आसान और एक असरदार तरीका है। बता दें कि ऑयल पुलिंग मसूड़ों और दांतों की सेहत को बेहतर बनाने में काफी ज्यादा मदद करता है। इसके लिए आप एक चम्मच नारियल, तिल या फिर सूरजमुखी का तेल को मुंह में लें, उस को मुँह में लेकर 10 से 15 मिनट तक घुमाएं और फिर थूक दें। अगर इसको रजोना किया जाए, तो यह मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को कम करता है और साथ ही व्यक्ति के मसूड़ों को मजबूत बनाता है। इसके आलावा इससे सांस की दुर्गंध दूर हो जाती है।
निष्कर्ष : लोगों के मसूड़ों में दर्द और खून आने की समस्या बहुत ही आम होती है, लेकिन परेशान करने वाली होती है। यह एक ध्यान देने योग्य समस्या है। इस समस्या को नज़अन्दाज करने पर कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। नियमित रूप से दांतों और मसूड़ों की देखभाल करना, अपने सही खान-पान को अपनाना और प्राकृतिक उपायों जैसे कि हल्दी का पेस्ट, सही टूथब्रश का चुनाव, नियमित फ्लॉस करना, ऑयल पुलिंग करना, माउथवॉश का उपयोग करना और गॉज और बर्फ का इस्तेमाल करना, इस समस्या से छुटकारा पाने में काफी ज्यादा मदद कर सकता है। अगर इन उपायों का इस्तेमाल करने के बावजूद भी आपके यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो आपको तुरंत किसी डेंटिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। अगर आपको भी मसूड़ों से खून आने और दर्द की समस्या है और आप इस समस्या से काफी ज्यादा परेशान हैं और आप इस समस्या का तुरंत इलाज करवाना चाहते हैं और इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप आज ही फॉरएवर स्माइल्स डेंटल क्लिनिक एंड इम्प्लांट सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।